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द गर्ल इन रूम 105–५३

"मैं चाहता हूँ कि तुम पता करो वो सच बोल रहा है या नहीं।"

  • यानी तुम चाहते हो कि मैं चेक करू कि वह ठीक उसी समय पॉर्न देख रहा था। "हां, उसी समय और उसी जगह पर क्या तुम पता लगा सकते हो?" "ये तो बहुत ईज़ी है। इसमें तो हैक करने की भी ज़रूरत नहीं, बस फोन की ब्राउज़र हिन्ट्री देखनी होगी।

उसमें तमाम टाइम स्टैम्स और विजिट की गई साइट्स होगी। और अगर हम हिमाद्रि जाकर उसके वाई-फाई से

कनेक्ट कर पाएं तो मैं इस फोन के कनेक्शन के बारे में डबल चेक भी कर सकता हूं...! मैंने सौरभ को बीच में ही रोक दिया।

‘ड्यूड, अगर मुझको यह सब मालूम होता तो मैं सचमुच का एक इंजीनियर होता और कहीं जॉब कर रहा होता। सरल शब्दों में समझाओ प्लीज़।" सौरभ ने हैरत से मेरी ओर देखा ।

"सरल शब्दों में यह कि मुझे हिमाद्रि के वाई-फाई नेटवर्क में ले चलो।'

'एक्सक्यूज मी,' मैने कहा 'मुझे अर्जेंट एक कैब बुलवानी है और मेरे फोन का डाटा ख़त्म हो गया है। क्या मुझे

यहां का बाई-फाई पासवर्ड मिल सकता है?" मैं हिमाद्रि हॉस्टल गार्डन में खड़ा था और मेरे हाथों में फिज़िक्स, कैमिस्ट्री, मैथ्स की छह मोटी-मोटी किताबें थीं। मैंने मोटा चश्मा लगा रखा था और तीन दिन से दाड़ी नहीं बनाई थी। मैंने एक ढीली-ढाली कमीज़ के

साथ रबर की पुरानी मंडल और पॉलिस्टर की पतलून पहन रखी थी। दूसरे शब्दों में, मैं हूबहू किसी आईआईटी रिसर्च स्कॉलर जैसा दिखाई दे रहा था। गौरभ हॉस्टल के सामने वाली सड़क के दूसरी ओर खड़ा था और वाई-फाई रेंज में था। वो लड़की अभी-अभी हॉस्टल में अपनी एक्टिवा पर आई थी और मेरे पास ही अपनी गाड़ी पार्क की थी।

जब मैंने वाई-फाई पासवर्ड पूछा तो उसने मुझे ऊपर से नीचे तक ध्यान से देखा। 'स्टूडेंट' उसने कहा। स्पेस पीएचडी। विंध्याचल हॉस्टल ।'

'हिमाद्रि 2018जी, उसने कहा। 'एच और जी कैपिटल लेटर्स में।' "थैंक यू, 'मैंने कहा और आगे बढ़ गया। मैंने सौरभ को व्हॉट्सएप किया।

★ मिल गया पासवर्ड । हिमाद्रि 2018जी।' उसने एक मिनट बाद रिप्लाई किया।

'कनेक्टेड। अभी आईपी हिस्ट्री और डीएनएस साइट्स डाउनलोड हो रही हैं। " "हिंदी में बोलो, ' मैंने कहा।

'कुछ नहीं। बस इतना समझ लो कि जरूरत की चीजें डाउनलोड हो रही हैं। अभी घर चलते हैं, मुझे भूख लगी है। आज खाना तुम ही बनाओ, 'सौरभ ने रिप्लाई भेजा।

'यूपॉर्न कॉम, सौरभ ने कहा 'हॉट देसी भाभी हैज़ फन विद स्टड देवर। यह 2:10 से 2:14 के बीच देखा गया था।' "क्या?' हम अपनी डायनिंग टेबल पर बैठे थे और फ्रेंच फ्राईज खा रहे थे। भुक्खड सौरभ के लिए इतने कम समय में मैं केवल एक यही डिश बना सकता था। सौरभ का लैपटॉप खुला था और लक्ष्मण का फोन उससे "उसके फोन की ब्राउज़र हिस्ट्री तो यही बताती है। तुम कहो तो तुम्हारे फोन की ब्राउज़र हिस्ट्री भी बताऊ?' सौरभ ने कहा।

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